नई दिल्ली: कोरोना संकट के कारण लागू लॉकडाउन के बाद पेश होने वाला आम बजट काफी खास होने वाला है. कोरोना वायरस के खात्मे के लिए सरकारी की ओर से पिछले साल लॉकडाउन लागू किया गया था. जिसके कारण कई लोगों के रोजगार पर संकट आ गया था तो वहीं कई लोगों की वेतन में कटौती भी देखने को मिली. हालांकि इस दौरान 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया था लेकिन सैलरी क्लास के लिए इस पैकेज में कुछ खास नहीं था. ऐसे में सैलरी क्लास लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं.
कोरोना के कारण सैलरी क्लास लोगों को काफी आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. कई लोगों के रोजगार चले गए तो कई लोगों की सैलरी काट ली गई. इसके बाद भी इन लोगों को किसी तरह की राहत नहीं मिली. ऐसे में सैलरी वर्ग के लोगों को इस बार के बजट में इनकम टैक्स स्लैब को लेकर उम्मीदें हैं. सैलरी वर्ग इस बार इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद कर रहा है.
मौजूदा वक्त में 2.5 लाख रुपये की सालाना आमदनी पर कोई टैक्स नहीं देना होता है. वहीं पुराने टैक्स स्लैब के तहत 2.5 से 5 लाख रुपये तक 5 फीसदी का टैक्स चुकाना होता है, जिस पर सरकार की ओर से रिबेट भी मिल जाती है. हालांकि कोरोना के कारण टूट चुके सैलरी क्लास के लोगों को उम्मीद है कि इस बार सरकार की ओर से टैक्स स्लैब में बदलाव किया जाए तो उनकी आमदनी और बचत में कुछ इजाफा हो सकता है.
80C में छूट की उम्मीद
वहीं टैक्स स्लैब में बदलाव के साथ रिबेट के जरिए भी वेतनभोगी लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है. इसके साथ ही 80सी के तहत सैलरी क्लास के लोगों को छूट की सीमा बढ़ाए जाने की उम्मीद है. इससे भी सैलरी क्लास के लोगों पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ में कमी देखने को मिलेगी.
यह भी पढ़ें:
Budget 2021: MSME सेक्टर की आर्थिक बोझ में कमी की मांग, क्या बजट में सरकार बढ़ाएगी पैकेज?
Budget 2021 Automobile Sector Expectations: ऑटो सेक्टर को पटरी पर लाने के लिए क्या कदम उठा सकती है सरकार?
Source link