हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से मां गंगा की पूजा- अर्चना की जाती है। इस साल कोरोना वायरस की वजह से घर में रहकर ही मां गंगा की पूजा- अर्चना करें। आइए जानते हैं गंगा दशहार पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
गंगा दशहरा मुहूर्त
- दशमी तिथि आरंभ: 19 जून 2021 को शाम 06 बजकर 50 मिनट पर
- दशमी तिथि समाप्त: 20 जून 2021 को शाम 04 बजकर 25 मिनट पर
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गंगा दशहरा पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- इस दिन गंगा नदी में स्नान का बहुत अधिक महत्व होता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से घर में रहकर ही स्नान करें।
- नहाने के पानी में गंगा जल डाल लें और मां गंगा का ध्यान कर स्नान कर लें।
- घर के मंदिर में गंगा जल का छिड़काव करें।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
- इस दिन भगवान शंकर की अराधाना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- मां गंगा का अधिक से अधिक ध्यान करें।
- अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
- घर में रहकर ही मां गंगा की आरती करें।
- मां गंगा का आवाहन करें और उन्हें भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
गंगा दशहरा का महत्व
- गंगा दशहरा का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन मां गंगा की पूजा- अर्चना करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।
- मां गंगा की कृपा से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं।
- गंगा दशहरा के दिन मां गंगा की पूजा- अर्चना करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:03 ए एम से 04:44 ए एम
- अभिजित मुहूर्त – 11:55 ए एम से 12:51 पी एम
- विजय मुहूर्त – 02:42 पी एम से 03:38 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त – 07:08 पी एम से 07:32 पी एम
- अमृत काल – 12:52 पी एम से 02:21 पी एम
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