विटामिन ई एक ऑक्सीडेंट है जो आपके शरीर का काम ठीक से होने के लिए के कई अंगों की मदद में भूमिका निभाता है. ये विटामिन प्राकृतिक रूप से भोजन जैसे वनस्पति तेल, नट्स, बीज और हरी पत्तियों में पाया जाता है. Health tips
विटामिन ई सप्लीमेंट के तौर पर भी मुहैया है. कभी-कभी विटामिन ई का इस्तेमाल विटामिन ई कमी का इलाज करने के लिए किया जाता है, जो दुर्लभ है मगर खास बीमारी की स्थिति जैसे सिस्टिक फाइब्रोसिस, लीवर रोग और क्रोहन बीमारी में हो सकता है. कभी-कभी कम वजन के शिशुओं को भी अतिरिक्त विटामिन ई खुराक की जरूरत पड़ती है.
Side Effect- विटामिन ई के क्या साइड-इफेट्स हैं? Health tips
आपातकालीन मेडिकेल सेवा हासिल करें अगर आपको एलर्जी रिएक्शन का संकेत दिखाई दे. एलर्जी रिएक्शन में सांस लेने में दिक्कत, आपके चेहरे, होंठ, जीभ और गले का सूज जाना है. विटामिन ई लेना बंद कर दें और सिर दर्द, कमजोरी, चक्कर, दृष्टि में बदलाव, डायरिया, पेट में ऐंठन, मसूढ़ों से खून आने की शिकायत पर फौरन अपने डॉक्टर को बुलाएं.
Also विटामिन ई के आम साइड-इफेट्स-
विटामिन ई के आम साइड-इफेट्स में मतली, डायरिया, पेट दर्द, थकान का एहसास, सिर दर्द हो सकता है. ये साइड-इफेक्ट्स की पूरी सूची नहीं है और दूसरा हो सकता है.
प्रेगनेन्ट या स्तनपान करानेवाली महिला विटामिन ई ले सकती हैं?
अगर आप प्रेगनेन्ट या स्तनपान कराने वाली है महिला हैं, तो इस दवा के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह लें. आपके डोज की जरूरत प्रेगनेन्सी या बच्चे को दूध पिलाने के दौरान अलग हो सकती है.
विटामिन ई लेते वक्त खास दवा और फूड को करें नजरअंदाज
दूसरे विटामिन, मिनरल सप्लीमेंट्स या पोषण वाले प्रोडक्ट्स का अपने डॉक्टर की सलाह के बिना लेने से बचें. विटामिन ई भोजन के साथ लेने पर सबसे अच्छा काम करता है.
At Last- विटामिन ई के बारे में कुछ सावधानी बरतें
अगर आपको सर्जरी कराने की जरूरत है या आपका ऑपरेशन होनेवाला है, तो प्रक्रिया से पहले सर्जन को बताएं कि आप विटामिन ई का इस्तेमाल कर रहे हैं. हो सकता है आपको कुछ संक्षिप्त समय के लिए दवा के इस्तेमाल से रोकना पड़े. Health tips
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