डिजिटल डेस्क ( भोपाल)। 4 फरवरी को ‘वर्ल्ड कैंसर डे’ (World Cancer Day) मनाया जाता है। इसे मनाने का मकसद लोगों को कैंसर की बीमारी के प्रति जागरुक करना है। कैंसर का इलाज आज तक नहीं बन पाया है, लेकिन अगर जानकारी और सही उपचार हो इसे पूरी तरह कंट्रोल किया जा सकता है। हमारा शरीर कईं अनगिनत कोशिकाओं यानी सैल्स से बना हुआ है और इन कोशिकाओं में निरंतर ही विभाजन होता रहता है । लेकिन कभी-कभी जब शरीर के किसी विशेष अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण बिगड़ जाता है और कोशिकाएं बेहिसाब तरीकेसे बढ़ने लगती हैं, उसे कैंसर कहा जाता हैं।
आमतौर पर बढ़ती उम्र में दिखते हैं लक्षण…
जिन लोगों में कैंसर की बीमारी होती है, उनमें ज्यादातर मरीजों की उम्र 65 साल के आस-पास होती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि यह बीमारी बड़ी उम्र में ही होती है। यह एक ऐसी समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले सकती है। महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर की वजह उम्र नहीं है, यह 30 साल की महिलाओं में भी हो सकता है और स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है।
कैंसर के क्या हैं लक्षण…
एडवांस स्टोमक कैंसर के लक्षण मल में खून आना, भूख खत्म हो जाना, अचानक से वजन घटना आदि हैं। अग्नाश्य कैंसर के शुरुआती स्टेज में लक्षण ज्यादा स्पष्ट नहीं होते हैं जिससे इसकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है. इसका पहला लक्षण अक्सर बैक पेन या पेट में दर्द होना, अचानक से वजन घट जाना, पीलिया होना आदि है।
कैंसर कैसे ठीक हो सकता है…
अगर सही समय पर कैंसर की पहचान कर समय पर उसका उपचार शुरू कर दिया जाए, तो कैंसर ठीक हो जाता है। सही समय पर जांच और उपचार नहीं होने के कारण यह लाइलाज हो जाता है। जिले में कैंसर के मरीजों का अलग से कोई आंकड़ा नहीं है। यह है कि कैंसर के मरीज लगभग आखिरी स्टेज में कैंसर के डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। फोलेट एक महत्वपूर्ण विटामिन B है जो कोलोन, रेक्टल और ब्रेस्ट कैंसर से बचाता है. अपने ब्रेकफास्ट में ज्यादा से ज्यादा फोलेट वाली चीजें शामिल करें। फोलेट की मात्रा बढ़ाने के लिए संतरे का जूस, खरबूजे और स्ट्रॉबेरी खाएं। इसके अलावा अंडे, बीन्स, सूरजमुखी के बीज और पालक भी फोलेट के बहुत अच्छे स्त्रोत हैं।
Source link