Love Relationship: नवग्रहों में शुक्र का विशेष स्थान है. शुक्र को भोर का तारा भी कहा गया है. शादी विवाह संस्कार में शुक्र की स्थिति का विशेष ध्यान रखा जाता है. शुक्र अस्त पर शादी विवाह जैसे कार्य नहीं किए जाते हैं. शुक्र को लव और लग्जरी लाइफ का कारक माना गया है.
शुक्र ग्रह के कमजोर या अशुभ होने पर लव रिलेशन यानि प्रेम संबंधों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके साथ सुखों में भी कमी प्रदान करता है. इसलिए शुक्र को शुभ बनाए रखना जरूरी माना गया है.
शुक्र अशुभ हैं, ऐसे पता लगाएं
जन्म कुंडली में शुक्र अशुभ हैं इसका पता लगाया जा सकता है. जीवन में जब इस तरह की दिक्कतें आने लगें तो समझ लेना चाहिए कि शुक्र अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं-
- लव रिलेशन में प्रेम की कमी.
- काम और सुख में कमी.
- दांपत्य जीवन में मन मुटाव की स्थिति.
- आकर्षण में कमी
- धन की कमी
- वाणी दोष
वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं शुक्र
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को वृष और तुला राशि का स्वामी माना गया है. मीन राशि शुक्र की उच्च राशि है. शुक्र कन्या राशि में नीच के माने गए हैं. बुध और शनि देव से शुक्र की मित्रता है. सूर्य और चंद्रमा से शुक्र के संबंध अच्छे नहीं माने जाते हैं.
शुक्र गोचर 2021 (Venus Transit In Cancer)
वर्तमान समय में शुक्र कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं. शुक्र का राशि परिवर्तन 17 जुलाई 2021 को होगा. इस दिन कर्क राशि से निकल कर शुक्र सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. शुक्र एक राशि में करीब 23 दिनों तक रहते हैं.
शुक्र के उपाय (Shukra Grah Ke Upay)
प्रेम संबंधों में जब निरंतर बाधाएं सताने लगें तो शुक्र का उपाय करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है. शुक्र को शुभ बनाने के लिए ये कर सकते हैं-
- स्वच्छता अपनाएं.
- महिलाओं का सम्मान करें.
- गलत कार्यों से दूर रहना चाहिए.
- धोखा नहीं देना चाहिए.
- वाणी को खराब नहीं करना चाहिए.
- लक्ष्मी जी की पूजा करें.
- सफेद वस्त्र का दान करें.
शुक्र ग्रह मंत्र (Shukra Grah Ka Mantra)
”ओम द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”
ये भी पढ़ें:
July 2021: मिथुन, कर्क और सिंह राशि वालों के लिए जुलाई का महीना है विशेष, इन ग्रहों की बदलेगी चाल
Chanakya Niti: इन गलत आदतों के कारण नहीं मिलती है शिक्षा, जॉब और करियर में सफलता, बनी रहती है धन की कमी
Source link