Masik Shivratri In July 2021 : मासिक शिवरात्रि कल, जानें पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सामग्री की पूरी लिस्ट

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हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान शिव की पूजा- अर्चना की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस समय आषाढ़ का महीना चल रहा है। आषाढ़ माह में मासिक शिवरात्रि कल यानी 8 जुलाई, 2021 को है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

मासिक शिवरात्रि मुहूर्त

  • प्रारम्भ – 03:20 ए एम, जुलाई 08
  • समाप्त – 05:16 ए एम, जुलाई 09

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि…

  • इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
  • इस समय कोरोना महामारी की वजह से घर में ही भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करें।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • अगर घर में शिवलिंग है तो शिवलिंग का गंगा जल, दूध, आदि से अभिषेक करें।
  • भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती की पूजा अर्चना भी करें।
  • भोलेनाथ का अधिक से अधिक ध्यान करें।
  • ऊॅं नम: शिवाय मंत्र का जप करें।
  • भगवान भोलेनाथ को भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
  • भगवान की आरती करना न भूलें।

मासिक शिवरात्रि का महत्व

  • इस दिन भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
  • भगवान भोलेनाथ की कृपा से विवाह में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।
  • इस पावन दिन भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त

 

  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:09 ए एम से 04:49 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 11:58 ए एम से 12:54 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 02:45 पी एम से 03:40 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 07:09 पी एम से 07:33 पी एम
  • अमृत काल- 11:12 ए एम से 12:59 पी एम
  • निशिता मुहूर्त – 12:06 ए एम, जुलाई 09 से 12:47 ए एम, जुलाई 09

मासिक शिवरात्रि सामग्री लिस्ट

  • पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।

 

 

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