कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सांसदों ने विवाद में तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए शुक्रवार को संसद भवन परिसर में धरना दिया. कांग्रेस सांसदों ने बजट सत्र के पहले दिन संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया. इस धरने में राहुल गांधी के अलावा लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश और कई अन्य सांसद शामिल हुए. कांग्रेस सांसदों ने ‘काला कानून वापस लो’ और ‘नरेंद्र मोदी, किसान विरोधी’ के नारे भी लगाए.
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सुरेश ने कहा, ‘‘तीनों कानूनों के खिलाफ लाखों किसान दो महीने से सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार उनकी सुन नहीं रही. हम इस सत्र में सरकार पर पूरा दबाव बनाएंगे कि इन किसान विरोधी कानूनों को वापस लिया जाए.”कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने किसान आंदोलन के समर्थन में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी बहिष्कार किया.
निचले सदन की बैठक के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का आर्थिक सर्वेक्षण दस्तावेज प्रस्तुत किया. इससे पहले जदयू के नवनिर्वाचित सांसद सुनील कुमार ने सदन की सदस्यता की शपथ ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्तमान सदन के सदस्य सुरेश अंगडी एवं 26 पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी दी. इन दिवंगत पूर्व सदस्यों में रामविलास पासवान, राशिद मसूद, तरूण गोगोई, रामलाल राही, मोतीलाल बोरा, अहमद पटेल, जसवंत सिंह, सरदार बूटा सिंह शामिल हैं. सदन ने कुछ पल मौन रखकर दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी. लोकसभा अध्यक्ष ने देश के लिये बलिदान देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों एवं कोरोना योद्धाओं को भी नमन किया.
बिरला ने स्नेहलता श्रीवास्तव के लोकसभा महासचिव के पद से सेवानिवृत होने की जानकारी दी और कहा कि श्रीवास्तव को सदन का मानद अधिकारी नियुक्त किया गया है. लोकसभा अध्यक्ष ने उत्पल कुमार सिंह को नया महासचिव नियुक्त किये जाने की भी सदन को जानकारी दी. इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही सभापटल पर आवश्यक कागजात रखने का निर्देश दिया, वैसे ही कांग्रेस सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. इस दौरान सदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी मौजूद थे. कांग्रेस सदस्य ‘काला कानून वापस लो, अन्नदाता पर जुल्म बंद करो’ जैसे नारे लगा रहे थे.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हम सदन के माध्यम से ऐसा संदेश दे सकते हैं, हालांकि, सदस्यों का शोर शराब जारी रहा. सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह सहित अनेक केंद्रीय मंत्री मौजूद थे. गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति अभिभाषण का कांग्रेस एवं कई विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था.
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