डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2021-22 के केंद्रीय बजट के प्रति आम आदमी में ज्यादा उत्साह नहीं है। लोगों का मानना है कि कीमतों में आगे वृद्धि होगी। IANS सी वोटर बजट इंस्टापोल से यह जानकारी सामने आई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट की प्रस्तुति के बाद 1200 रेंडमली सेलेक्टेड व्यक्तियों के साक्षात्कार के बाद यह सर्वेक्षण किया गया।
45 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे बजट से संतुष्ट नहीं हैं, जबकि 35.8 प्रतिशत ने कहा कि वे इस वर्ष के बजट से संतुष्ट हैं। बीते वर्ष 64.2 फीसदी लोगों ने कहा था कि वे बजट से संतुष्ट हैं।
46.1% लोगों ने कहा- बजट के बाद बढ़ेगी महंगाई
सर्वे के अनुसार 46.1% उत्तरदाताओं ने कहा कि बजट के बाद कीमतों में कमी नहीं आएगी, जबकि 18.1 प्रतिशत ने कहा कि यह काफी हद तक नीचे आ जाएंगी। सर्वे में उत्तरदाताओं के आधे से अधिक या 50.7 प्रतिशत ने कहा कि पिछले एक वर्ष में जीवन की समग्र गुणवत्ता बिगड़ गई है। 2015 के बाद मोदी सरकार के लिए यह सबसे खराब स्कोर है।
27.6% लोगों को जीवन की गणवत्ता में सुधार की उम्मीद
वहीं 27.6% अगले एक वर्ष में जीवन की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद करते हैं, जबकि 29 प्रतिशत की एक बड़ी संख्या को जीवन की गुणवत्ता बिगड़ने की उम्मीद है। आधे या 56.4 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि बजट से मासिक खर्च बढ़ सकता है, जबकि केवल 16.1 प्रतिशत उत्तरदाता उम्मीद करते हैं कि बजट उन्हें अधिक बचत करने में मदद करेंगे।
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