डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान को शुरू हुए 25 दिन हो गए हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि 16 जनवरी से अब तक 63,10,194 स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोविड वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है। दूसरा डोज हम 13 फरवरी से देना शूरू करेंगे। वहीं कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या घटकर 1,50,000 से भी कम हो गई है।
भूषण ने बताया कि अभी भी दो राज्य केरल और महाराष्ट्र में देश के कुल सक्रिय मामलों के 71% मामले हैं। केरल में 45% सक्रिय मामले हैं, महाराष्ट्र में 25%, कर्नाटक में 4%, पश्चिम बंगाल में 3%, तमिलनाडु में 3% हैं।
33 राज्यों में पांच हजार से भी कम मामले
33 राज्यों में कोरोना संक्रमण के 5,000 से भी कम सक्रिय मामले रह गए हैं। 15 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोई भी मृत्यु दर्ज़ नहीं की गई है। 7 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां पिछले 3 हफ्तों में कोई भी मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच हफ्तों में कोरोना से होने वाली मौतों में औसत दैनिक 55 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली में 24 घंटे में कोई मौत नहींः डॉ वीके पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण सफलता है कि पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के कारण कोई मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए रूप का जो पता चला है उसपर नजर रखी जा रही है। कोरोना का यह नया रूप तेजी से फैल रहा है। हालांकि अभी भारत में एक भी ऐसे मामले सामने नहीं आए हैं।
जानिए राज्यों में कोरोना टीकाकरण की क्या है स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दिल्ली, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पंजाब सहित 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने 40 प्रतिशत से भी कम स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया है। बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और केरल सहित 12 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपने 65 प्रतिशत से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया है।
सबसे तेज कोरोना टीका लगाने के मामले में भारत नंबर वन
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि सबसे तेज कोरोना टीका लगाने के मामले में भारत पूरे विश्व में अब भी नंबर वन बना हुआ है। भारत ने यह उपलब्धि महज 25 दिनों में हासिल की है। वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका को कुल 27 दिन लगे जबकि ब्रिटेन ने इसे 47 दिनों में इसे हासिल किया।
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