डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खेलों के महोत्सव का पांचवां आयोजन इस बार स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 5 मई से 27 जुलाई 1912, के बीच हुआ। स्टॉकहोम ओलंपिक में 28 देशों के 2,409 खिलाड़ियों ने 17 खेलों के 107 अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा लिया।
स्टॉकहोम ओलंपिक के इस आयोजन को “स्वीडिश मास्टरपीस” के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि 1912 के ओलंपिक उस तारीख तक का सबसे सुव्यवस्थित इवेंट था। इस ओलंपिक में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक टाइमिंग डिवाइस और पब्लिक एड्रेस सिस्टम जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था। नई प्रतियोगिताओं में महिलाओं के लिए आधुनिक पेंटाथलॉन,स्वीमिंग और डाइविंग इवेंट शामिल किये गए थे। स्वीडिश आयोजकों ने मुक्केबाजी प्रतियोगिता को रद्द कर दिया था। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने 1912 के बाद स्थानीय आयोजन समूहों की भूमिका को कम करने की मांग की थी।
ओलंपिक डेब्यू
पहली बार सभी पांच महाद्वीपों से खेलों में खिलाड़ी आए। पहली बार जापान भी ओलंपिक का हिस्सा बना। आधुनिक पेंटाथलॉन, महिला स्वींमिग और महिला डाइविंग इवेंट्स भी पहली बार ओलंपिक में शामिल किए गए।
धैर्य और बल की परीक्षा
1912 के खेलों की सबसे बड़ी परीक्षा अगर कोई थी तो वह थी एथलीट का धैर्य और उसकी ताकत। साइकिलिंग रोड रेस का कोर्स 320 किमी (199 मील) था, जो ओलंपिक इतिहास में किसी भी तरह की सबसे लंबी रेस थी। ग्रीको-रोमन कुश्ती में रूसी मार्टिन क्लेन और फिनलैंड के अल्फ्रेड असिकैनेन के बीच मिडिलवेट सेमीफाइनल मैच 11 घंटे तक चला था।
यादगार चैपिंयन
1912 ओलंपिक के स्टार थे अमेरिकी एथलीट जिम थोर्प, जिन्होंने चार इवेंट्स में हिस्सा लिया था। थोर्प की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उन्हें ऊंची कूद में चौथे और लंबी कूद में सातवें स्थान पर संतोष करना पड़ा था लेकिन पेंटाथलॉन और डेकाथलॉन में थोर्प दो स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहे। बाद में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया जब यह पता चला कि उन्होंने ओलंपिक खेलों से पहले बेसबॉल खेलने के लिए एक मामूली राशि ली थी। 1982 में, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के कार्यकारी बोर्ड ने जिम थोर्प को बहाल करने और उनकी बेटी को वे पदक वापस देने का फैसला किया।
थोर्प के जीवन को लेकर फिल्मकार माइकल कर्टिज़ “द ब्रॉन्ज़ मैन” फिल्म का निर्माण कर चुके हैं जिममें थोर्प का रोल बर्ट लैंकेस्टर ने निभाया हैं। स्वीडन के राजा गुस्ताव V ने उन्हें “दुनिया में सबसे महान एथलीट” बताया था।
ट्रैक-एंड-फील्ड इवेंट में फ़िनलैंड के हेंस कोलेहमैनन ने 5,000 और 10,000-मीटर रन एवं 12,000-मीटर क्रॉस-कंट्री रेस में स्वर्ण पदक जीते थे।
दिग्गजों का डेब्यू
1912 के स्टॉकहोम ओलंपिक से ही इटली के महान फ़ेंसर नेडो नाडी और हवाई के अमेरिकी तैराक ड्यूक काहनमोकू ने पदार्पण किया था।
नेडो नाडी ने 1912 और 1920 ओलंपिक इवेंट में कुल 6 स्वर्ण पदक अपने नाम किये, तो वही ड्यूक ने स्वीमिंग इवेट्स में अमेरिका के लिए 3 गोल्ड मेडल जीते है।
“ओड टू स्पोर्ट” सम्मान
जॉर्जेस होहरोड और एम. एस्चबैक के द्वारा बैरन डी क्यूबर्टिन को “ओड टू स्पोर्ट” से सम्मानित किया गया था। क्यूबर्टिन को यह सम्मान खेलों के दोनों पक्ष शारीरिक एवं साहित्यिक उत्थान के लिए प्रदान किया गया था। ओड टू स्पोर्ट का मतलब है- ओ स्पोर्ट यू आर ब्यूटी(O Sport You Are Beauty).
लॉन्ग लिव द गेम्स
1912 ओलंपिक के समापन के बाद, सभी की निगाहें बर्लिन शहर पर थी जहाँ खेलों का अगला आयोजन होने वाला था, लेकिन प्रथम विश्व युद्ध ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 1916 का इवेंट ओलंपिक इतिहास में छठे ओलंपियाड के खेलों के रूप में बना रहा और 1920 में ओलंपिक एक बार फिर से आयोजित किया गया, जिसमें बेल्जियम के शहर एंटवर्प ने ओलंपिक मेजबानी की।
मेडल टेली
भारत स्टॉकहोम ओलंपिक 1912 का हिस्सा नहीं था।
Source link