Safalta Ki Kunji : जीवन में सफलता एक सतत प्रक्रिया है, अचानक मिलने वाली कामयाबी या एकदम से आने वाली आपदा, नुकसान या नाकामी प्रायः कम लोगों के हिस्से में ही आती है. इससे पहले व्यक्ति को विचारों के चयन-मनन और मंथन का पूरा समय मिलता है, ऐसे में आपका एक विचार आपके सपनों को पूरा करने का दम रखता है, बशर्ते इसके पीछे आपके परिश्रम और समर्पण की सतत प्रक्रिया बनी रही हो.
विद्वान कहते हैं कि सफलता का कोई निश्चित सूत्र नहीं है, फिर भी व्यक्ति के लिए इसके कुछ सजग और सार्थक नियमों के हिसाब से चलना समझदारी होगी. आचार्य विवेकानंद के मुताबिक हमें पूरे चिंतन मनन और मंथन के बाद एक विचार को ग्रहण करना चाहिए, उस विचार को अपनी जिंदगी बना लेना चाहिए, उसके बारे में सोचिए, उसके सपने देखिए, उस विचार को जीना सीखिए. आपका मन-मांसपेशियां, यहां तक कि शरीर का हर एक अंग उस विचार से भरपूर होना चाहिए. इसके अतिरिक्त दूसरे सभी विचारों को छोड़ देना ही सफलता का तरीका है. इसमें की गई कोताही ही हमें नाकामयाबी के अंधेरे में धकेल लेती है.
सफलता के रेस में अकेली दौड़ ही सबसे सफल
विद्वान कहते हैं कि सफलता की दौड़ में वही सबसे तेज दौड़ता है, जो सबसे अकेला या इकलौती राह पर दौड़ता है. हमेशा याद रखें सफलता के लिए किया गया आपका अपना संकल्प किसी भी दूसरे संकल्प से अधिक महत्व रखता है. यह भी एक निश्चित रूप रेखा है कि हर अच्छा कार्य पहले असंभव नजर आता है, मगर जब वह व्यक्ति के लिए सफलता का एक विचार बन जाता है तो उसके आगे से सभी परेशानियां और बाधाएं समय के साथ वह दूर होती जाती हैं. यही वजह है कि कहा गया है सफल होने के लिए सफलता की इच्छा असफलता के डर से कहीं अधिक होनी जरूरी है.
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