एसबीआई का चौथी तिमाही का मुनाफा 80 फीसदी बढ़ गया है. वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में एसबीआई को 3,580.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, जो 2020-21 की चौथी तिमाही में बढ़ कर 6,450.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक की ब्याज आय भी 18.9 फीसदी बढ़कर 27,067 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले साल की चौथी तिमाही में 22,767 पर रही थी.
बैंक की एसेट क्वालिटी सुधरी
बैंक की एसेट क्वालिटी में भी सुधार दिख रहा है. तिमाही दर तिमाही आधार पर एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 5.44 फीसदी से घटकर 4.98 फीसदी पर आ गया, वहीं नेट एनपीए 1.81 फीसदी घटकर 1.50 फीसदी पर रहा. तिमाही दर तिमाही आधार पर एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 1.34 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.26 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. नेटएनपीए पिछली तिमाही के 42,797 करोड़ रुपये से घटकर 36,810 करोड़ रुपये पर आ गया. तिमाही दर तिमाही आधार पर एसबीआई की प्रोविजन 10,342.4 करोड़ रुपये बढ़कर 11,051 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में बैंक ने 13,495.1 करोड़ रुपये की प्रोविजन की थी. चौथी तिमाही में सालाना आधार पर बैंक की लोन ग्रोथ 5 फीसदी पर रही है. वित्त वर्ष 2021 में एसबीआई में 28,564 करोड़ रुपये के नए एनपीए भी सामने आए हैं.
प्रति शेयर चार रुपये के डिविडेंड का ऐलान
बैंक ने निवेशकों के लिए 4 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है. बैंक मई 2017 के बाद पहली बार डिविडेंड पेमेंट करेगा. बैंक ने मई 2017 में 2.6 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड दिया था. डिविडेंड की पेमेंट डेट 18 जून 2021 है. इस साल अब तक एसबीआई के शेयरों में 40 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. यह शेयर एनएसई पर 14.25 रुपये यानी 3.71 फीसदी की बढ़त के साथ 398.80 के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
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