भारतीय स्टेट बैंक वार्षिकी जमा योजना प्रदान करता है, जिसमें ग्राहक बैंक में एक साथ राशि जमा करते हैं और मासिक किस्त प्राप्त करते हैं. ये योजना एसबीआई शाखाओं के बीच हस्तांतरित है. वहीं एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक खाताधारक ईएमआई से एक निश्चित राशि प्राप्त करते हैं. दरअसल इसमें ईएमआई में मूलधन का एक हिस्सा शामिल होता है और साथ ही घटती मूलधन राशि पर ब्याज और मासिक मूल्य पर छूट दी जाती है.
जानिए– एसबीआई वार्षिकी जमा योजना से जुड़ी बातें
पात्रता- इसमें एक व्यक्ति के अलावा एक नाबालिग भी शामिल हो सकता है. होल्डिंग का तरीका संयुक्त या एक हो सकता है, लेकिन एनआरई और एनआरओ की श्रेणी में आने वाला कोई भी व्यक्ति इस सुविधा का उपयोग नहीं कर सकता है.
जमा राशि- जानकारी के मुताबिक ग्राहकों को एसबीआई वार्षिकी जमा योजना में कम से कम 25,000 रुपए जमा करने की आवश्यक है. हालांकि, इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
कार्यकाल- एसबीआई वार्षिकी जमा योजना के तहत 3 साल, 5 साल, 7 साल और 10 साल का मैच्योरिटी विकल्प दिया जाता है.
ब्याज की दर- ब्याज की दर वही है जो जमाकर्ता की चुनी हुई फिक्स्ड सेविंग पर लागू होती है. जैसे अगर कोई व्यक्ति पांच साल के लिए फंड जमा करता है, तो आपको पांच साल की फिक्स्ड सेविंग पर लागू ब्याज दर के अनुसार ही ब्याज मिलेगा. फिलहाल एसबीआई पांच से 10 साल में मैच्योर होने वाली सेविंग्स पर 5.40% ब्याज दर देता है. वहीं तीन से पांच साल से कम समय में मैच्योर होने वाली एफडी के लिए एसबीआई 5.30% की ब्याज दर प्रदान करता है.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर- एफडी की तरह वरिष्ठ नागरिकों को एसबीआई वार्षिकी योजना में लागू दर से 50 आधार अंक ज्यादा मिलेगा. वहीं एसबीआई स्टाफ और एसबीआई पेंशनभोगियों का इंटरेस्ट रेट लागू दर से 1% ज्यादा होगा.
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