सीता नवमी इस साल 21 मई को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मां सीता प्रकट हुई थीं। इस दिन जानकी नवमी के नाम से भी जानते हैं। सीता नवमी के दिन सुहागिनें भगवान राम और माता-पिता की विधि-विधान से पूजा करती हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में सुख-शांति और पति को लंबी आयु प्राप्त होती है।
सीता नवमी 2021 का शुभ मुहूर्त-
20 मई को 12 बजकर 25 मिनट पर नवमी तिथि प्रारंभ होगी जो कि 21 मई को 11 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगी।
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सीता नवमी के दिन बन रहे ये पूजा के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 03:36 ए एम, मई 22 से 04:18 ए एम, मई 22 तक।
अभिजित मुहूर्त- 11:18 ए एम से 12:12 पी एम तक।
विजय मुहूर्त- 01:59 पी एम से 02:53 पी एम तक।
गोधूलि मुहूर्त-06:15 पी एम से 06:39 पी एम तक।
अमृत काल- 09:08 ए एम से 10:42 ए एम तक।
निशिता मुहूर्त- 11:23 पी एम से 12:06 ए एम, मई 22 तक।
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माता सीता की ऐसे करें पूजा-
सुबह स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीपक जलाएं।
दीपक जलाने के बाद व्रत का संकल्प लें।
मंदिर में देवताओं को स्नान करवाएं।
भगवान राम और सीता का ध्यान लगाएं।
अब विधि-विधान से माता सीता और भगवान राम की पूजा करें।
माता सीता की आरती उतारें।
अब भगवान राम और माता सीता को भोग लगाएं।
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