हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। 2021 में पड़ने वाली ये पहली और अंतिम सोमवती अमावस्या है। इस पावन दिन पवित्र नदियों, तालाबों में स्नान करने का विशेष महत्व होता है। सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
इस दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत भी रखती हैं। विवाहित महिलाएं इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करती हैं और पीपल पर दूध, पुष्प, अक्षत और चंदन अर्पित करती हैं। अमावस्या के दिन पितरों से संबंधित कार्य करना भी शुभ होता है। इस दिन दान करने का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन दान करने का कई गुना फल मिलता है।
- भूखे लोगों को भोजन कराएं। अमावस्या के दिन भूखे लोगों को भोजना कराने का विशेष महत्व होता है।
- मछलियों को शक्कर मिश्रित आटे की गोलियां खिलाएं।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को तिल के लड्डू, तेल, कंबल और वस्त्र जैसी जरूरी चीजों का दान करना चाहिए।
- इस दिन पशु- पक्षियों को भोजना कराना भी शुभ रहता है।
सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त
अमावस्या प्रारम्भ- 11 अप्रैल 2021 सुबह 06:03 बजे से
अमावस्या समाप्त- 12 अप्रैल 2021 सुबह 08:00 बजे तक
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