डिजिटल डेस्क, चेन्नई। अपने 100वें टेस्ट में शतक लगाने वाले दुनिया के नौवें बल्लेबाज बने इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने इसे बेहद खास बताया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से यहां एमए चिदम्बरम स्टेडियम में मेजबान भारत के खिलाफ शुरू हुए पहले टेस्ट मैच में वह अधिक से अधिक समय तक क्रीज पर रहना चाहते हैं ताकि यहां की विकेट को अच्छी तरह से समझ सके।
रूट के लगातार तीसरे शतक और डोमिनिक सिब्ले की दमदार पारी के दम पर इंग्लैंड ने यहां एमए चिदम्बरम स्टेडियम में मेजबान भारत के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को अपनी स्थिति मजबूत कर ली। इंग्लैंड ने तीन विकेट पर 263 रनों के साथ पहले दिन का खेल समाप्त किया। स्टंप्स के समय रूट 197 गेंदों पर 14 चौकों और एक छक्के की मदद से 128 रन बनाकर नाबाद लौटे। सिब्ले ने 286 गेंदों पर 12 चौकों के सहारे 87 रन बनाए।
रूट ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा कि यहां एक असामान्य दिखने वाली पिच है, लेकिन यह बहुत अच्छी तरह से खेली है। मैं बस पिच के अनुसार खुद को ढालने की कोशिश कर रहा था और इसकी उछाल को इस्तेमाल करना चाहता था। जैसे मैंने पिच को पढ़ लिया तो मेरे लिए बल्लेबाजी करना आसान हो गया। आप विकेट पर जितने लंबे समय तक टिके रहेंगे, उपके लिए बल्लेबाजी करना उतना ही आसान हो जाएगा। हमारी कोशिश इस साझेदारी को दिन के अंत तक ले जाने की थी।
रूट और सिब्ले के बीच तीसरे विकेट के लिए 200 रनों की शानदार दोहरी शतकीय साझेदारी हुई। सिब्ले के आउट होते ही स्टंप्स की घोषणा कर दी गई। रूट का यह अब तक का 20वां और इस साल तीसरा शतक है जबकि सिब्ले ने अपने टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक लगाया। रूट अपने 100वें टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले दुनिया के नौवें बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर सिंगल लेकर अपना शतक पूरा किया। रूट ने कहा कि अपने 100वें टेस्ट में शतक लगाना उनके लिए बेहद खास है। कप्तान ने कहा कि अपने 100वें टेस्ट में शतक बनाना बेहद खास है। लेकिन मुझे उम्मीद है कि मैं इसी लय को आगे भी जारी रखूंगा और इससे उपमहाद्वीप में एक बड़ा स्कोर बनाने में मदद मिलेगी।
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