इंग्लैंड (England) के हाथों पहले टेस्ट में मिली शर्मनाक हार के बाद भारतीय कप्तान (Team India) विराट कोहली (Virat Kohli) ने माना कि उनकी टीम शुरुआत से ही मेहमान टीम पर दबाव बनाने में असफल रही. इंग्लैंड ने लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच (76 रन देकर 4 विकेट) और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (17 रन देकर 3 विकेट) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत को पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को 227 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली.
चेन्नई की विकेट थी धीमी
विराट कोहली (Virat kohli) ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हम पहली पारी में उन पर दबाव बनाने में कामयाब रहे. एक बॉलिंग यूनिट के रूप में तेज गेंदबाजों और अश्विन ने पहली पारी में अच्छा किया, लेकिन हमें कुछ और रन बनाने की जरूरत थी और उन पर दबाव बनाना था. कहना होगा कि यह धीमी विकेट थी और गेंदबाजों को मदद नहीं कर रही थी, इससे बल्लेबाजों के लिए स्ट्राइक को रोटेट करने में आसान हो गया. ऐसा पहले दो दिन नहीं देखने को मिला.’
कोहली बोले- इंग्लैंड ने हमें दबाव में रखा
इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 420 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में टीम इंडिया 58.1 ओवर में 192 रन पर ढेर हो गई. विराट कोहली ने इंग्लैंड की टीम की तारीफ करते हुए कहा, ‘लेकिन इसका श्रेय इंग्लैंड को जाता है, उन्होंने हमें दबाव में रखा और एक बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. दूसरी पारी में हमारी शारीरिक भाषा सकारात्मक नहीं थी. बल्ले के साथ हम पहली पारी में बेहतर थे. हमें चीजों को समझना होगा और जल्द से जल्द इसमें सुधार करना होगा. इंग्लैंड की टीम पूरे मैच के दौरान हमसे कहीं ज्यादा पेशेवर थी.
भारत को पहले टेस्ट में 227 रनों से हराने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा कि मैच में टॉस जीतना और सभी 20 विकेट झटकना उनकी टीम के लिए काफी अच्छा रहा. साथ ही इंग्लिश कप्तान ने यह भी कहा कि उनके बल्लेबाजों ने भी पहले और दूसरे दिन विकेट का भरपूर लाभ लिया और बड़ा स्कोर बनाकर भारत पर दबाव डाला.
जो रूट बोले- हमने पिच का फायदा उठाया
रूट ने मैच के बाद कहा, ‘टॉस जीतना और ऐसी परिस्थिति में सभी 20 विकेट चटकाना टीम के लिए काफी अच्छा रहा. हमें लगा था कि यहां विकेट अच्छा होगा और पहली साझेदारी ने हमें काफी फायदा पहुंचाया. टीम में विभिन्न खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया और जीत के लिए सबसे ज्यादा यही जरूरी है. अगर हमें जीत हासिल करनी है तो टीम में किसी खिलाड़ी को बड़ा योगदान देना होता है और मैं भाग्यशाली हूं कि इस सप्ताह यह काम मैंने किया. हमें पता है कि भारत मजबूती से वापसी करने की कोशिश करेगा.’
रूट ने अपनी टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज जेम्स एंडरसन की तारीफ की और कहा कि इस उम्र में टीम के लिए प्रेरणादायी प्रदर्शन करना वाकई अद्भुत है. रूट ने कहा, ‘हमारी योजना 400 से अधिक का स्कोर बनाने की थी. कुछ देर पिच पर समय व्यतित करने के बाद मुझे पता लगा कि विकेट में कुछ बदलाव आएगा. गेंदबाजी में हमें रन रेट की चिंता नहीं थी. यहां आकर पहला मुकाबला जीतना सुखद है, लेकिन जेम्स एंडरसन ने 38 वर्ष की उम्र में भी जिस तरह का प्रदर्शन किया वो वाकई अद्धभुत है. वह टीम में अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत्र हैं.’
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