World Rivers Day 2021: जानिए विश्व नदी दिवस का इतिहास, महत्व और उद्देश्य, इस तरह करें भागीदारी
World Rivers Day 2021: इन दिनों जल प्रदूषण का दुनिया भर में बड़े पैमाने पर खतरा मंडरा रहा है. हमारी नदियां, खासकर इंसानी लापरवाही के कारण नरक से गुजर रही हैं. विश्व नदी दिवस दुनिया भर में नदियों की स्थितियों पर ध्यान को आकर्षित करता है और उनकी स्वच्छता की तरफ जन जागरुकता लाने का उद्देश्य बताता है. सभी देशों में नदियां प्रदूषित हो रही हैं और किसी न किसी तरह से नुकसान पहुंचाया जा रहा है. चाहे कपड़ों की धुलाई हो, उनके किनारों पर पशुओं की सफाई या उनमें कचरों का निपटाना, नहाना या धार्मिक आयोजन, सदियों से बिना रुकावट के बहने वाले इन प्राकृतिक जल स्रोतों को इंसान मैला कर रहे हैं.
विश्व नदी दिवस का क्या है इतिहास?
धरती के जल स्रोतों का जश्न मनाने के लिए हर साल सितंबर के चौथे रविवार को विश्व रिवर दिवस का आयोजन किया जाता है. मानवता के भरण पोषण का समर्थन करने में उनकी अहम भूमिका का महत्व लोगों को बताया जाता है. उनको जागरुक किया जाता है कि धरती पर नदियां सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण का आधार हैं. भारत समेत कई सारे देशों में आज के दिन नदियों की रक्षा करने का संकल्प लिया जाता है. इस खास दिन की शुरुआत 2005 में संयुक्त राष्ट्र संघ के एक कार्यक्रम से हुई थी.
आप इस दिन को कैसे मना सकते हैं?
आज के दिन आप दुनिया के किसी भी हिस्से में हों, आप कुछ उपाय इस अहम दिवस को मनाने के लिए कर सकते हैं. नदी की सफाई के लिए कैंप आयोजित करें, मछलियों को बढ़ाने वाले प्रोजेक्ट का बढ़ावा दें या बच्चों शिक्षित करने के लिए सैर पर ले जाएं या छोटी पार्टी का आयोजन करें और नदियों को बचाने के महत्व को बताएं. विभिन्न ग्रुप के लोगों की मदद से आप अपने आयोजन को विविधता दे सकते हैं. इसका मतलब हुआ है जश्न को स्थानीय पर्यावरण में बदलना और उसकी नदियों के साथ समुदाय को जोड़ना.
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