अगर आप नवरात्रि का इंतजार कर रहे हैं तो सबसे पहला सवाल होता है – 2025 में चैतरा नवरात्रि कब पड़ेगी? हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत महीने की शुक्ल पक्ष की प्रथम नव्य दिवस से शुरू होकर नौ दिन तक चलता है। 2025 में पहला दिन 7 मार्च को पड़ेगा और नौवां दिन 15 मार्च को समाप्त होगा। इन नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और हर दिन का एक खास महत्व है।
चैतरा नवरात्रि में सबसे आम रिवाज़ है अष्टमी (अष्टमी) और नौमी (नौमी) को व्रत रखना। व्रत रखते समय जल और फल‑सब्ज़ी से बने हल्के भोजन को प्राथमिकता दें। घर में माँ दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करके उसके सामने धूप, अगरबत्ती और फूल रख सकते हैं। रोज़ाना सात बार माँ को अर्घ्य देना, कथा सुनना या भजन‑कीर्तन करना ऊर्जा बढ़ाता है। यदि आप पहली बार नवरात्रि मना रहे हैं तो छोटा सा दुर्गा प्रतिमा खरीद कर घर के सामने रख सकते हैं, इससे शौक़ीनता भी कम होगी।
कथाओं में अक्सर बताया जाता है कि इस अवधि में सकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है, इसलिए घर में नई चीज़ें शुरू करने, काम का सौदा तय करने या शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन यही नहीं, अगर आप कोई नया प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं तो नवरात्रि के पहले तीन दिन (पहला, दोरा, तृतीया) सबसे बेहतर समय माना जाता है।
सजावट के लिए आप रंग‑बिरंगी रंजकियों, कागज की लाइटें, और गरबा के झूले लगा सकते हैं। घर की थाल में सात रंगों की कोलॉइड (सातवर्णी) तैयार रखें – ये द्यौत्य (सात) मां के देन होते हैं और प्रत्येक रंग का अपना अर्थ है।
खाने में खास तौर पर ‘कुर्ता’, ‘साबूदाना खिचड़ी’, ‘आलू के चूले’ और ‘कुंडे का हलवा’ लोकप्रिय होते हैं। ये हल्के और पोषक होते हैं, इसलिए व्रत‑धारी लोगों को ऊर्जा मिलती है। अगर आप पूरे परिवार को साथ रखकर पकाना चाहते हैं तो एक दिन पहले ही सामग्री तैयार करके रख लें, इससे रोज़ाना की तैयारी आसान हो जाएगी।
सुरक्षा की बात करें तो भीड़भाड़ वाले मैदाने पर जाने से बचें, खासकर अगर आप बाहर के मेला या सार्वजनिक पूजा में भाग लेने वाले हैं। भीड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें और हाथ साफ रखें, क्योंकि ये छोटे‑छोटे कदम बीमारी से बचाते हैं। घर में अगर कैंडल या दीपक जलाते हैं तो उसे सतह पर स्थिर रखें, ताकि घर में आग लगने का डर न हो।
नवरात्रि के दिन-रात में सामाजिक संपर्क बढ़ता है, इसलिए रिश्तेदारों को मिलाते समय समय‑सीमा का ध्यान रखें। अगर आप ऑनलाइन पूजा करना चाहते हैं तो विश्वसनीय चैनल चुनें, इससे सच्ची भावना बनी रहती है।
संक्षेप में, चैतरा नवरात्रि 2025 एक आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पर्व है जो हमें माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा के माध्यम से आत्म‑विकास का अवसर देता है। तिथियों को याद रखें, व्रत और पूजा का सही क्रम अपनाएँ, सजावट और भोजन में सादगी रखें, और सुरक्षा के नियमों का पालन करें। इससे आपका नवरात्रि मनावना सरल, सुखद और यादगार बन जाएगा।
चैतरा नवरात्रि 2025 के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा का विस्तार से वर्णन किया गया है। इस दिन की पूजा विधि, विशेष मंत्र, उपवास के नियम और आध्यात्मिक लाभों को समझाया गया है। सफेद रूप की देवी की महिमा, चार भुजाओं के प्रतीक और उसके वाहन के बारे में जानकारी भी दी गई है। लेख में शोडशोपचार के सभी चरणों को सरल शब्दों में बताया गया है।