अगर आप कभी बम धमकी का सामना करते हैं तो घबराना आसान है, लेकिन ठीक से काम करने से खतरा घट सकता है। नीचे बताए गए कुछ कदमों को याद रखिए, क्योंकि हर सेकंड महत्त्वपूर्ण होता है।
पहला काम – शांत रहें। गहरी साँस लें और अपने आसपास का माहौल जल्दी से देखें। अगर कोई असामान्य वस्तु या बैग दिखे तो उसे छूने की कोशिश न करें।
दूसरा – सवाल पूछें। अगर आवाज़ या नोट में स्पष्ट निर्देश है, तो उसे दोबारा सुनें और समझें कि स्थान क्या माँगा गया है। यह जानकारी पुलिस या सुरक्षा दल को जल्दी देने में मदद करती है।
तीसरा – तुरंत 112 या स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। रिपोर्ट देते समय बताएँ कि धमकी कब, कहाँ और कैसे मिली। जितनी सटीक जानकारी देंगे, उतनी जल्दी मदद पहुँचेगी।
धमकी मिलने के बाद जितनी जल्दी हो सके आसपास के लोगों को सुरक्षित निकास की ओर ले जाएँ। किसी भी दरवाज़े को खोलने से पहले यह जाँचें कि वह बाहर की ओर खुल रहा है या नहीं। अगर है तो धीरे‑धीरे बाहर निकलें, लेकिन अगर रास्ता बंद है तो सुरक्षित कमरा चुनें।
कमरे में प्रवेश करने से पहले खिड़की और दरवाज़े को बंद कर दें, लाइट डिम कर दें और मोबाइल का साइलेंट मोड रखें। इस दौरान ड्रॉप‑डोर या वेंटिलेशन को बंद करने की कोशिश करें, ताकि संभावित विस्फोट का असर सीमित रहे।
अगर आप शरण ले रहे हैं तो नीचे के हिस्से में झुकें, सिर को दोनों हाथों से ढकें और जितना संभव हो ध्वनि को कम करने की कोशिश करें। बम के विस्फोट से बचने के लिए आपको बाहर की दीवारों से जितना दूर रह सके उतना दूर रहना चाहिए।
धमकी को लेकर कई बार मीडिया में अफवाहें फैलती हैं। इसलिए आधिकारिक सूचना या एम्बुलेंस के आने तक खुद को और दूसरों को शांत रखें। अफवाहें पैनिक फैला देती हैं, जो बचाव कार्य में बाधा बनती हैं।
जब तक मदद नहीं आती, आप नोट्स लिख सकते हैं, जैसे समय, आवाज़ की टोन, या कोई भी विवरण जो बाद में जांच में काम आ सकता है। इस तरह से आप खुद को व्यस्त रखेंगे और तनाव कम होगा।
आखिर में, यह याद रखें कि बम धमकी हर जगह नहीं होती, लेकिन तैयार रहना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। घर पर एक आसान आपातकालीन योजना बनाएं, परिवार के सभी सदस्यों को उसमें शामिल करें और साल में दो बार ड्रिल कराएँ। इससे असली स्थिति में समय की बचत होगी और सभी को पता होगा कि क्या करना है।
सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर आप अभी भी अनिश्चित महसूस कर रहे हैं तो स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क कर के खुद को अपडेट रखें। सही जानकारी, त्वरित कार्रवाई और शांत दिमाग – यही तीन चीज़ें बम धमकी को कम जोखिम में बदल देती हैं।
व्हाट्सऐप पर 34 ‘ह्यूमन बम’ और 400 किलो RDX की धमकी के बाद मुंबई में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। गणेश विसर्जन से पहले आई धमकी के 24 घंटे में पुलिस ने नोएडा से 50 वर्षीय अश्विनीकुमार सुप्रा को गिरफ्तार किया। शुरुआती जांच में धमकी फर्जी निकली, लेकिन शहरभर में चेकिंग, नाकाबंदी और गश्त बढ़ी रही। मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 351 में दर्ज।