गणेश विसर्जन का मज़ा तभी है जब सब सुरक्षित रहें। अक्सर भीड़भाड़, जल की गंदगी और छोटे‑छोटे हादसे इस खुशी को बिगाड़ देते हैं। तो चलिए, इस साल के विसर्जन को धूमधाम और सुरक्षा के साथ मनाते हैं।
पहला कदम है भीड़ का अनुमान लगाना। अगर आपका पड़ोस या गली में बड़ी भीड़ इंतजाम कर रहा है, तो अपने परिवार के साथ एक छोटा समूह बनाकर अलग जगह पर विसर्जन करने की सोचें। इससे आप बच्चों को काम से दूर रख पाते हैं और अनावश्यक झगड़े से बचते हैं।
स्थानीय पुलिस या मैनजमेंट कमिटी के साथ पहले से संपर्क करें। उन्हें अपने आने‑जाने का प्लान बताएं, ताकि रास्ते को साफ़ रखने, ट्रैफ़िक कंट्रोल और आपातकालीन मदद की व्यवस्था हो सके।
पहले‑पहले डॉक्टर का एक छोटा किट साथ रखें—बैंडेज, एंटीसेप्टिक, दर्दनिवारक दवाइयाँ। अगर कोई छोटा बच्चा गिर जाए तो तुरंत मदद मिल सकेगी।
जैसे ही विजयस्थली पर पहुँचना हो, गंदे कपड़े या पेललेट को बाहर रखकर साफ़ व सुरक्षित जगह पर रखें। अगर आप अपने घर से लेकर नदी तक का रास्ता तय कर रहे हैं, तो रास्ते में फालतू का कचरा न फेंके।
गणेश की मूर्तियों में बहुत बार प्लास्टिक या पॉलिएस्टर का उपयोग किया जाता है। ये जल स्रोतों को दूषित कर देते हैं। कोशिश करें कि आप बायोडिग्रेडेबल (जैविक) मूर्तियों को चुनें—प्लास्टिक के बजाय मिट्टी, पल्प या वैकल्पिक बांस।
विसर्जन के बाद जल में बची हुई पगडंडी को साफ़ रखें। अगर आपके पास बाल्टी या छोटे कंटेनर हों तो मूर्ति को पहले पानी में धोकर, फिर नदी में डालें। इससे जल में रसायनों की मात्रा कम रहती है।
यदि आप ऐसा मंच तैयार कर रहे हैं जहाँ लोग आकर पूजा करते हैं, तो उस पर कागज़ की प्लेट या प्लास्टिक की बोतलें न रखें। एक छोटा कचरा निपटान स्थिर रखें, और इस बात पर ज़ोर दें कि हर कोई अपने कचरे को इकट्ठा करे।
बच्चों के साथ जब आप जल में मूर्ति डालते हैं, तो उन्हें हाथों में छोटे जाल या जालिया दें। यदि वे पानी में गिर जाएँ तो वह तुरंत उठाया जा सकेगा। साथ ही, उन्हें बताएँ कि बड़े लोगों के पास रहना सुरक्षित है।
आखिरी में, विसर्जन बाद की सफाई भी ज़रूरी है। यदि कोई कचरा रह गया है, तो उसे तुरंत उठाएँ या स्थानीय स्वच्छता विभाग को बताएँ। इस छोटी सी कोशिश से आपका शहर साफ़ और सुरक्षित रहेगा।
तो, इस गणेश विसर्जन में इन सरल टिप्स को अपनाएँ। सुरक्षित रहिए, खुश रहिए, और अपने घर को भी साफ़ रखिए। आपका छोटा‑सा योगदान बड़ी खुशियाँ लाएगा।
व्हाट्सऐप पर 34 ‘ह्यूमन बम’ और 400 किलो RDX की धमकी के बाद मुंबई में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। गणेश विसर्जन से पहले आई धमकी के 24 घंटे में पुलिस ने नोएडा से 50 वर्षीय अश्विनीकुमार सुप्रा को गिरफ्तार किया। शुरुआती जांच में धमकी फर्जी निकली, लेकिन शहरभर में चेकिंग, नाकाबंदी और गश्त बढ़ी रही। मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 351 में दर्ज।